AppamAppam - Hindi

जून 22 – सुंदरता में श्रेष्ठ!

“मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हजार में उत्तम है”(श्रेष्ठ गीत 5:10)

यीशु को देखना है ,यीशु को देखने की इच्छा है ऐसा कई लोग चाहकर यीशु के पास आते हैं। जब उन्हें देखते हैं तो गवाही देते हैं। उनका स्वरूप कैसा है उसका वह वर्णन करते हैं।”मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है वह दस हजार में उत्तम है” ऐसा कह कर उसकी प्रशंसा करते हैं।

वह उजले होने के कारण पवित्र शास्त्र उन्हें श्वेत सोसन  के फूल के समान  बताता है। श्वेत शोसन के फूल नीची जगहों पर फूलकर अपने सुगंध को फैलाता है उसी तरह से मसीह दीनता में पैदा होकर अपने पवित्रता को फैलाने वाले हैं।

इसके साथ ही वह लाल भी हैं।लाल रंग त्याग का और कलवरी के रक्त का प्रतीक है । वह सुंदरता में पूर्ण होकर भी,हम सबके लिए कलवरी के क्रूस पर रक्त बहाकर लालिमा मैं बदल गए। उनमें कोई सुंदरता नहीं थी, कोई रूप नहीं था किंतु, उस रुप में बदल गए। उस लाल रंग को देखते समय मसीह ने हमारे लिए जो कष्ट सहे और हमारे लिए जो त्याग किए वह हमारे हृदय को व्याकुल कर देता है।

प्रभु के गोरे रंग को सोसन के फूलों के तुल्य और उनके लाल रंग को कलवरी के उस रक्त से तुलना करके हमने देखा। पवित्र शास्त्र उनके लाल रंग को शारोन का गुलाब से भी तुलना करके बताता है। शारोन के गुलाब को देखते समय कलवरी की लाल रंग की बड़ी-बड़ी बूंदें हमारे हृदय को विचलित कर देती हैं। वही परमेश्वर के पुत्र हैं वही मनुष्य के पुत्र हैं वही पिता के दाहिनी ओर बैठकर हमारे लिए मध्यस्था करने वाले हैं।

उस महान उद्धारकर्ता की ओर देखें। वह गोरे हैं , और लाल हैं दस हजार लोगों में श्रेष्ठ हैं, यही नहीं वह आपके हैं। आप जब भी खुद को उनका बनकर उनके हाथों में अपने आप को अर्पण करते हैं तभी वह आपके बनने को तैयार होते हैं । आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे पैर रखने की पीढ़ी है, ऐसा कहने वाले महान परमेश्वर ,आपके बनकर आपके साथ रहेंगे, आपको मार्ग दिखायेंगे, यह कितनी बड़ी बात है!

परमेश्वर के प्यारे बच्चों, इस प्यारे उद्धारकर्ता को अपने हृदय का प्रिय बनाकर यदि आप ग्रहण करते हैं तो वह आपके हृदय को भर देंगे। स्वर्ग की महिमा को वह आपके अंदर लेकर आ जाएंगे। स्वर्ग की पवित्रता को और स्वर्ग के दिव्य प्रेम को आपके अंदर में स्थापित करेंगे।दस हजार मैं भी खास वह निश्चित ही आपको भी खास बना देंगे।

ध्यान करने के लिए,” वह जो शरीर में प्रकट हुआ, आत्मा में धर्मी ठहरा ,स्वर्गदूतों को दिखाई दिया ,अन्य जातियों में उसका प्रचार हुआ ,जगत में उस पर विश्वास किया गया ,और महिमा में ऊपर उठाया गया।”(1तीमुथियुस3:16)

Leave A Comment

Your Comment
All comments are held for moderation.