AppamAppam - Hindi

जून 19 – बंधन खोल दिये हैं!

“हे यहोवा, सुन, मैं तो तेरा दास हूँ;…तू ने मेरे बन्धन खोल दिए हैं।”(भजन 116 :16)

परमेश्वर आपके बंधनों को खोलकर आपको छुटकारा दे रहे हैं। “मुझे इसलिये भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूँ; कि बन्दियों के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूँ;”(यशायाह 61:1) में ऐसा पवित्र शास्त्र कहता है ।

वर्षों से शैतान के द्वारा बंधी हुई कुबड़ी स्त्री के बंधन को जब यीशु ने खोला तो सीधे खड़े होकर उसने परमेश्वर की स्तुति की । जी हां, वह शैतान का बंधन था। आज भी शैतान बहुत लोगों को जादू टोने द्वारा तंत्र मंत्र के द्वारा बांध कर रखा है। यदि पुत्र तुम्हें स्वतंत्र करें तो निश्चय ही तुम स्वतंत्र हो जाओगे (यूहन्ना 8: 36)। उनके द्वारा खोला न जा सके ऐसा कोई बंधन ही नहीं है।

कई लोगों को बीमारी का बंधन होता है बीमारी उनको लगातार दुर्बल करती जाती है। परमेश्वर के लिए उठ कर प्रकाशमान नहीं हो सकते हैं। कारण यह है कि यह भी एक बंधन है। लहू बहने वाली स्त्री को 12 वर्षों से यह बंधन था। उसने सारी संपत्ति वैद्यों पर इलाज के लिए खर्च कर दी। एक बार प्रभु यीशु के पास आने पर क्षण भर में ही उसके बंधन सारे कट गये। परमेश्वर की सामर्थ्य उनमें से बही और उसे स्वस्थ कर दिया।

निकोदमुस को एक बंधन था। वह परंपरा रूपी बंधन था। वह फरीसी था इस कारण वह प्रभु यीशु के पीछे छुटकारे के साथ नहीं चल सकता था। रात्रि के समय चुपचाप गुप्त में वह यीशु से मिलने आया। (यूहन्ना3:2)। आज भी कई लोग पवित्र शास्त्र के गहरे रहस्यों को जानते हुए भी अपनी कलीसियाओं के पारंपरिक बंधन में बंध कर, खुलकर वह परमेश्वर की आराधना आत्मा और सच्चाई से न कर पाते हुए जीवन जी रहे हैं।

और कुछ अन्य लोगों को अविश्वास ने बांधकर रखा हुआ है। परमेश्वर अद्भुत कार्य न कर सकें ऐसे हारे हुए से और अविश्वास की बातें  करते हैं। यीशु मरे हुए लाज़र को जिलाने के लिए गये। किंतु लाज़र की बहनों को विश्वास नहीं था। यीशु लाजर के कब्र के पास आ गए तब भी मार्था अविश्वास भरी बातें ही करती रही।

मार्था ने कहा  “हे प्रभु, उसमें से अब तो दुर्गंध आती है, क्योंकि उसे मरे चार दिन हो चुके हैं।”(यूहन्ना 11 :39)। , “हे प्रभु, यदि तू यहाँ होता तो मेरा भाई न मरता।” (यूहन्ना 11:32) ऐसा मरियम ने कहा। किंतु जैसे ही प्रभु यीशु ने, हे लाजर बाहर आ  कहा, मृतक बाहर आ गया। परंतु उसके हाथ और पांव कपड़े से बंधे हुए थे। यीशु ने उनसे कहा इसके बंधन खोल दो। (यूहन्ना 11: 43,44)।

परमेश्वर के प्यारे बच्चों बंधनों को खोल दो यही परमेश्वर आपको आज्ञा दे रहे हैं।

ध्यान करने के लिए,”तुम सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।”( यूहन्ना 8:32)।

Leave A Comment

Your Comment
All comments are held for moderation.