Appam, Appam - Hindi

अगस्त 01 – सुबह-सुबह।

“यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते. जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं॥” (भजन संहिता 139:18)

यदि मसीह हमारे भीतर वास करता है, तो निश्चय ही, हम प्रभु की उपस्थिति में आनंद के साथ प्रत्येक नए दिन की शुरुआत कर सकते हैं. क्या उसने हमें “मैं तुम्हारे साथ रहूँगा” शब्दों के साथ अपनी स्थायी उपस्थिति का वादा नहीं किया था?

हालाँकि बाइबल वादों से भरी है और हमने परमेश्वर की उपस्थिति पर कई उपदेश सुने हैं, फिर भी हमारे जीवन में ऐसे समय आते हैं जब हमें इसका एहसास नहीं होता. खालीपन और अकेलापन हमें घेर लेता है. हम परित्यक्त महसूस करते हैं—लोगों द्वारा और यहाँ तक कि परमेश्वर द्वारा भी.

पहली सलाह यह है: प्रत्येक दिन परमेश्वर की उपस्थिति को बनाए रखने और उसका अनुभव करने के लिए, हमें उसकी उपस्थिति की आशा के साथ सुबह जल्दी उठना चाहिए. अपने नए दिन का पहला भाग प्रभु को अर्पित करके उसका सम्मान करें.

यदि आप उसे खोजने, उसकी लालसा करने और उसकी महिमा से परिपूर्ण होने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं, तो आप पूरे दिन उसकी निकटता का अनुभव करेंगे. आपको दिन भर की सभी चुनौतियों और संघर्षों का सामना करने के लिए आवश्यक दिव्य शक्ति भी प्राप्त होगी.

जैसे ही आप जागें, खुशी से कहें, “यह वह दिन है जिसे प्रभु ने बनाया है; हम इसमें आनंदित और प्रसन्न होंगे.” आपको दिए गए नए अवसरों के लिए उसकी स्तुति करें, उसकी महिमा करें, और उसकी उपस्थिति में महान कार्य करने के लिए तैयार रहें.

प्रभु कहते हैं, “जो मुझ से प्रेम रखते हैं, उन से मैं भी प्रेम रखती हूं, और जो मुझ को यत्न से तड़के उठ कर खोजते हैं, वे मुझे पाते हैं.” (नीतिवचन 8:17). “मैं धर्म की बाट में, और न्याय की डगरों के बीच में चलती हूं, जिस से मैं अपने प्रेमियों को परमार्थ के भागी करूं, और उनके भण्डारों को भर दूं.” (नीतिवचन 8:20-21).

एक बार, मैं कुछ समय एकांत और प्रार्थना में बिताने के लिए घर से बाहर गया था. भोर होते ही, मैंने अपने कमरे के बाहर कई गौरैयों की चहचहाहट सुनी. जब मैंने चुपचाप दरवाज़ा खोला, तो मैंने देखा कि रात के दौरान बाहर की रोशनी ने कीड़ों के एक झुंड को आकर्षित किया था. गौरैयाएँ खुशी-खुशी उन्हें खा रही थीं. थोड़ी देर बाद, कुछ और पक्षी आ गए—लेकिन उनके पास कोई चारा नहीं बचा था. वे बहुत देर से आए थे, और मुझे उन पर तरस आ रहा था.

जिस प्रभु ने इस्राएलियों को मन्ना दिया था, उसी ने आज्ञा दी थी कि उसे सुबह-सुबह इकट्ठा किया जाए. परमेश्वर के प्रिय लोगो, केवल वही लोग जो सुबह जल्दी उठते हैं और मन्ना इकट्ठा करते हैं, उसकी उपस्थिति की प्रचुरता का आनंद ले पाएँगे.

मनन के लिए पद: “हे यहोवा, भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूंगा.” (भजन संहिता 5:3)

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