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जून 14 – अद्भुत कार्य करने वाले!
“हे यहोवा, देवताओं में तेरे तुल्य कौन है?तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी,और अपनी स्तुति करने वालों के भय के योग्य,और आश्चर्यकर्म का कर्ता है।” (निर्गमन 15:11)
अद्भुत कार्य करने में परमेश्वर के समतुल्य कोई भी नहीं है। परमेश्वर जो अद्भुत काम करते हैं वह हमेशा के हैं ,श्रेष्ठ हैं, विशेष आशीष युक्त होते हैं। वे निश्चित ही आपके जीवन में आश्चर्य कर्म करेंगे।
अद्भुत काम करने वाली अशुद्ध आत्माएं भी हैं। पवित्र शास्त्र में अनेकों जगह पर हम इसके विषय में पढ़ते हैं। मिस्र के तांत्रिकों ने मूसा के सामने अद्भुत कार्य नहीं किए क्या?’अंत के दिनों में मसीह विरोधी भी उठ खड़ा होगा और चुने हुओं को भी भरमाने के लिए चिन्ह और अद्भुत कार्य दिखाएगा, ऐसा पवित्र शास्त्र कहता है। लेकिन वे कोई भी परमेश्वर के सामने नहीं चल सकते हैं। इसी कारण मूसा ने पूछा, “आपके सामान आश्चर्य कर्म करने वाला कौन है ?” आपके लिए आवश्यक सभी अद्भुत कार्यों को करने के लिए परमेश्वर उत्सुक हैं
पानी को दाखरस में बदलकर अद्भुत कार्य किया। मछली के मुंह से चांदी का सिक्का निकालकर अद्भुत कार्य किया। दो मछली और पांच रोटी से 5000 लोगों को खिलाकर अद्भुत कार्य किया। मरे हुओं को जिलाकर अद्भुत कार्य किए। पवित्र शास्त्र कहता है”वह तो ऐसे बड़े कर्म करता है, जिनकी थाह नहीं लगती;और इतने आश्चर्यकर्म करता है, जो गिने नहीं जा सकते।”(अय्यूब 9:10)
यदि आप परमेश्वर से अपने जीवन में अद्भुत कार्य की अपेक्षा करते हैं तो, विश्वास का आपके जीवन में होना बहुत आवश्यक है। जहां विश्वास होगा वहीं अद्भुत कार्य होंगे। “यदि तू विश्वास करेगी तो परमेश्वर की महिमा को देखेगी” ,ऐसा यीशु ने कहा था।
विश्वास सुनने से होता है सुनना परमेश्वर के वचन से होता है। जितना भी आप परमेश्वर के अद्भुत कार्यों के विषय में सोचते हैं, उतना ही आपके हृदय में एक विश्वास उमड़ने लगेगा कि ,वह हमारे लिए भी ऐसा करेंगे। उत्पत्ति से लेकर प्रकाशितवाक्य तक परमेश्वर के द्वारा किए गए अद्भुत कार्यों को पढ़ कर देखें।”उसके सब आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करो!”(भजन 105:2)
अद्भुत कार्यों के लिए परमेश्वर पर केवल विश्वास रखना ही काफी नहीं है वरन् मुंह खोल कर उनसे मांगे।’अद्भुत कार्य करने वाले परमेश्वर मेरे जीवन में भी एक अद्भुत कार्य करें’ कहकर विनती करें।हिजक्कियाह राजा ने परमेश्वर की ओर देखकर प्रार्थना की। उन्होंने उसके लिए एक अद्भुत काम की आज्ञा दी।(2 इतिहास 32:24) लाल सागर के तट पर लोगों ने परमेश्वर को देख कर पुकारा। परमेश्वर ने अद्भुत रीति से लाल सागर को दो हिस्सों में बांट कर एक बड़ा अद्भुत कार्य किया। परमेश्वर के प्यारे बच्चों ,परमेश्वर में स्थिर रहें,आपकी प्रार्थना को सुनकर निश्चित ही वह अद्भुत कार्य करेंगे। वह परमेश्वर हैं वह कभी बदलते नहीं है। (मलाकी 3:6)
ध्यान करने के लिए,”अद्भुत काम करनेवाला परमेश्वर तू ही है,तू ने देश देश के लोगों पर अपनी शक्ति प्रगट की है।”(भजन 77 :14)।