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नवंबर 01 – कभी नहीं भूलेगा

“हे याकूब, हे इस्राएल, इन बातों को स्मरण कर, तू मेरा दास है, मैं ने तुझे रचा है; हे इस्राएल, तू मेरा दास है, मैं तुझ को न बिसराऊंगा। (यशायाह 44:21)

“तुम मेरे हो। मैंने तुम्हें तुम्हारे नाम से पुकारा है। और मैं ने तुझे तेरी माता के गर्भ से चुन लिया है। हे इस्राएल, तू मेरे द्वारा कभी नहीं भुलाया जाएगा”, यहोवा की यही वाणी है।

हम एक धन्यवादहीन दुनिया में रहते हैं जो सभी लाभों को भूल जाती है। जिन लोगों ने आपके रूप का लाभ उठाया है वे कृतघ्न हो सकते हैं और आपके प्रति शत्रुतापूर्ण भी हो सकते हैं। जिनसे आप प्यार करते हैं, वे सभी स्नेह भूल सकते हैं और आपको शाप भी दे सकते हैं। यहां तक कि जिन लोगों ने आपका इस्तेमाल किया और जीवन में आने के लिए आपका फायदा उठाया, वे भी आपको बेकार समझ सकते हैं।

यहां तक कि जब आपके सभी लाभार्थी और मित्र आपको भूल जाते हैं और त्याग देते हैं, तब भीपरमेश्वरआपको कभी नहीं भूलेंगे। यहोवा कहता है, “क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूधपिउवे बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हां, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता।देख, मैं ने तेरा चित्र हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के साम्हने बनी रहती है।“ (यशायाह 49:15,16)

परमेश्वर हमें क्यों नहीं भूलता, इसके अनिवार्य रूप से दो कारण हैं। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, यह इसलिए है क्योंकिपरमेश्वरने हमें अपने रूप और छवि में बनाया और हमें बनाया, उसने हमें अपने लोग होने के लिए चुना है। हम उसके हैं और वह हमारा परमेश्वरहैं।

मूसा ने इस्राएलियों से कहा, “क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्र प्रजा है; यहोवा ने पृथ्वी भर के सब देशों के लोगों में से तुझ को चुन लिया है कि तू उसकी प्रजा और निज धन ठहरे। (व्यवस्थाविवरण 7:6)

दूसरी बात, परमेश्वर आपको कभी नहीं भूलेगा क्योंकि उसने आपको अपने बहुमूल्य लहू से खरीदा है। यह तुम्हारे लिए उसके महान प्रेम के कारण है, कि वह एक विनम्र दास के रूप में स्वर्ग से पृथ्वी पर उतर आया। उसने अपने कंधों पर भारी क्रॉस को उठा लिया, वह अनिश्चित रूप से यरूशलेम की सड़कों पर चल रहा था। वह हमारे अपराधों के लिए घायल किया गया था और वह हमारे अधर्म के कामों के लिए कुचला गया था। जब ऐसा उनका महान प्रेम है, तो वे आपको कभी कैसे भूल सकते हैं?

हम बाइबल में पढ़ते हैं कि कैसे परमेश्वर ने एप्रैम को याद किया, “हे एप्रैम, मैं तुझे क्योंकर छोड़ दूं? हे इस्राएल, मैं क्योंकर तुझे शत्रु के वश में कर दूं? मैं क्योंकर तुझे अदमा की नाईं छोड़ दूं, और सबोयीम के समान कर दूं? मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया, मेरा मन स्नेह के मारे पिघल गया है। (होशे 11:8)

परमेश्वर के प्यारे लोगो , वह हमें कभी नहीं भूलेंगे। और वह हमें उन सभी अच्छी चीजों को भेजेगा जिनकी हमें उनके समय में आवश्यकता है। यहोवा अपने समय में सब कुछ सिद्ध करेगा। और वह आपको और अधिक बहुतायत से आशीष देगा जितना आप कल्पना या प्रार्थना नहीं कर सकते।

आज के मनन के लिए वचन : “हर एक को जो मेरा कहलाता है, जिस को मैं ने अपनी महिमा के लिये सृजा, जिस को मैं ने रचा और बनाया है॥” (यशायाह 43:7)

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