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जुलाई 29 – सावधान!

“कुत्तों से चौकस रहो” (फिलिप्पियों 3:2)।

पवित्रशास्त्र में आपके सुधार के लिए परमेश्वर द्वारा प्रतिज्ञाएं दी गई हैं; साथ ही, किसी को मजबूती से थामे रहने की प्रतिज्ञाएं भी हैं; सुख प्रदान करने वाली आशीषें भी हैं। तसल्ली के वादे भी हैं। वहीं, इसमें कुछ ऐसी बातें भी हैं जो आपको सावधान करती हैं।

उपरोक्त वचन में, पवित्रशास्त्र कहता है, “कुत्तों से चौकस रहो।” यहाँ ‘कुत्ता’ शब्द किसी जानवर के गुणों को इंगित करता है। आपको मधुर आत्मिक विशेषताओं को प्रकट करने के लिए बुलाया गया है अतः जानवरों के गुणों को कभी भी प्रकट न करें। कुत्ते की गंदी आदत यह है कि वह उसे खाएगा जो उसने पहले ही उल्टी कर दी थी (नीतिवचन 26:11)। आपने कई पापों से छुटकारा पा लिया है और ये पाप आपके जीवन में कभी वापस नहीं आने चाहिए। हम जब पाप के लिए मर गए , तो फिर आगे को उसमें कैसे जीवन बिताएं? (रोमियों 6:2)।

कल्पना कीजिए कि एक बकरी और एक सुअर गंदे नाले में गिर जाते हैं। बकरी जितनी जल्दी हो सके उससे बाहर आने की कोशिश करेगी, अपने शरीर को जोर से हिलाएगी और उसके शरीर से गंदा पानी निकालने की कोशिश करेगी। लेकिन सुअर उस नाले में रहना पसंद करेगा। इसमें से उसे निकाल भी लिया जाए तो भी उसका चुनाव नाले में रहने का होगा। जिन पापों से, परमेश्वर की उपस्थिति में शपथ खाने के बाद छुटकारा मिल गया था, उन्हें फिर से जीवन में लाना यह कुत्ते का गुण है। यीशु ने कहा, “पवित्र वस्तु कुत्तों को न दो” (मत्ती 7:6)। पवित्र व्यक्ति कभी भी गंदे के साथ नहीं रह सकता। आप दुनिया और परमेश्वर दोनों को एक साथ खुश करके नहीं जी सकते।

यशायाह भविष्यवक्ता महसूस कर रहा था कि वह  पवित्र है। लेकिन जब उस पर परमेश्वर का प्रकाश पड़ा तो उसने महसूस किया कि उसमें परमेश्वर के नापसंद की बहुत सी चीजें हैं। उसने विलाप किया, “हाय! हाय!मैं नष्ट हुआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं ; और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं।” परमेश्वर को उस अवगुण को यशायाह में से हटाना पड़ा। करूबों में से एक उसके पास उड़ कर आया और वेदी से अंगारे को उठाकर उसके होठों को छूकर उसे शुद्ध कर दिया।

परमेश्वर आपको तभी ऊंचा उठा सकते हैं जब आप गंदगी और वंशानुगत गंदगियों से बाहर आएं। पवित्रशास्त्र कहता है, “इसलिए प्रभु कहता है उनके बीच में से निकलो और अलग रहो ;और अशुद्ध वस्तु को मत छुओ, तो मैं तुम्हें ग्रहण करूंगा ; और मैं तुम्हारा पिता हूंगा, और तुम मेरे बेटे और बेटियां होगे ।यह सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर का वचन है” (2 कुरिन्थियों 6:17, 18)।

कुत्ते की अगली विशेषता है गुर्राना और उस जगह के चारों ओर घूमना (भजन संहिता 59:6)। परमेश्वर के प्यारे बच्चों, अवांछित शब्द और उपहास के शब्द बोलकर अपनी आत्मा को दूषित न करें।  आप हमेशा ऐसे शब्द बोलें जो एक दूसरे की उन्नति में मददगार हों!

ध्यान करने के लिए: “जो अपने मुंह की चौकसी करता है, वह अपने प्राण की रक्षा करता है, परन्तु जो गाल बजाता है, उसका विनाश हो जाता है” (नीतिवचन 13:3)।

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