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“क्योंकि यहोवा परमेश्वर सूर्य और ढाल है; यहोवा अनुग्रह करेगा, और महिमा देगा; और जो लोग खरी चाल चलते हैं; उन से वह कोई अच्छा पदार्थ रख न छोड़ेगा।” (भजन संहिता 84:11)।
परमेश्वर अनुग्रह से भरे हुए हैं और उनके पास आपको भी वह अनुग्रह प्रदान करने की शक्ति है। वह अनुग्रह से आपको घेर लेगे और आपको परमेश्वर की महिमा में ले जाएगे। क्योकि वह अनुग्रह आपको सभी बुराईयों से बचाने के लिए एक ढाल के रूप में भी कार्य करता है।
मैं ‘अनुग्रह’ शब्द पर अधिक ध्यान करता था। कई सचित्र चित्रणों में मैंने संतों के सिर के ऊपर नीला प्रभामंडल देखा है। मैं कल्पना करता था कि इस तरह के नीले प्रभामंडल द्वारा अनुग्रह का प्रतिनिधित्व किया जाता है और जैसे-जैसे आप परमेश्वर की अधिक से अधिक प्रशंसा करेंगे, यह बड़ा और बड़ा होता जाएगा।
मैं यह भी सोचता था कि जब परमेश्वर की कृपा चली जाएगी, तो उस व्यक्ति से सुरक्षा की अंगूठी गायब हो जाएगी, जिसे उसके दुश्मनों द्वरा उसे आसानी से हराया जा सकता है। इसलिए, मैं दृढ़ता से परमेश्वर की कृपा के भीतर रहने और परमेश्वर की कृपा से संरक्षित होने के महत्व पर विश्वास करता था।
लेकिन जब मैं परमेश्वर के वचन को पढ़ता और ध्यान करता रहा, तो मैं समझ गया कि अनुग्रह परमेश्वर की ओर से एक उपहार है, जो उसने अपनी प्रेममयी दया, परोपकार और उदारता से दिया है। अपनी करुणा और दया से, उसने हम सबको अनुग्रह प्रदान किया है।
आप अपनी चतुराई या बुद्धि से कभी भी अनुग्रह प्राप्त नहीं कर सकते। यह परमेश्वर की ओर से एक उपहार है, पवित्र आत्मा का उपहार है। न ही आप अपने स्वयं के प्रयासों से अनन्त जीवन प्राप्त कर सकते हैं। यह उनके कलवारी प्रेम में से प्रभु का उपहार है। यह प्रभु की कृपा है कि आप खड़े होने में सक्षम हैं और नाश नहीं हुए। यह विशेष रूप से कृपा से है कि हम अब तक संरक्षित हैं और जीवितों की भूमि में हैं।
प्रेरित पौलुस खुद को नम्र करता है और कहता है: “परन्तु मैं जो कुछ भी हूं, परमेश्वर के अनुग्रह से हूं: और उसका अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ परन्तु मैं ने उन सब से बढ़कर परिश्रम भी किया: तौभी यह मेरी ओर से नहीं हुआ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह से जो मुझ पर था।” (1 कुरिन्थियों 15:10)।
परमेश्वर के लोगो, अपने प्रयासों या अपनी प्रतिभा पर कभी घमंड न करें। अपने समुदाय, पारिवारिक विरासत या अपनी शिक्षा पर कभी भी गर्व न करें। अपने आप को नम्र करें और अपने आप को ईश्वर की कृपा के भीतर ढँक लें। तब यहोवा हमको और अनुग्रह देगा और हमे ऊंचा करेगा।
मनन के लिए: ” यहोवा ने मेरे जितने उपकार किए हैं, उनका बदला मैं उसको क्या दूं? मैं उद्धार का कटोरा उठा कर, यहोवा से प्रार्थना करूंगा, ” (भजन संहिता 116:12-13)