Appam, Appam - Hindi

फ़रवरी 01 – विश्वास का वचन।

“और उसने अपने सेवकों से कहा गदहे के पास यहीं ठहरे रहो; यह लड़का और मैं वहां तक जा कर, और दण्डवत करके, फिर तुम्हारे पास लौट आऊंगा.” (उत्पत्ति 22:5).

विश्वास के पिता इब्राहीम ने अपने हृदय के अटल विश्वास से विश्वास और विजय के ये शब्द कहे. यह उनका विश्वास था कि बालक इसहाक और वह स्वयं वापस आ जायेंगे.

ईश्वर ने इब्राहीम से अपने इकलौते प्रिय पुत्र इसहाक की बलि देने को कहा. और इब्राहीम ने अपने एकलौते पुत्र को बलि चढ़ाने से पहले विश्वास की बातें कहीं. यह उसका दृढ़ विश्वास था कि भले ही उसने इसहाक की बलि दे दी हो, ईश्वर उसे वापस जीवन में लाने में सक्षम है.

यह सच है कि इब्राहीम लकड़ी, आग और चाकू लेकर मोरिया पर्वत पर गया था; यह सच है कि वह इसहाक को होमबलि करने के लिये वहाँ गया था. तब भी उन्होंने अपने बेटे को खोने की बात तो नहीं कही लेकिन कहते हैं कि वे वापस आएंगे. यहां तक कि जब उसके बेटे ने उससे मेमने के बारे में पूछा, तो उसने उसे वफादार रहना सिखाया और कहा, “हे मेरे बेटे, परमेश्वर होमबलि के मेमने का प्रबंध आप ही करेगा” (उत्पत्ति 22:8).

हम इब्राहीम की गहरी आस्था को महसूस कर सकते हैं. विश्वास करने वाले लोग विश्वास के शब्द बोलते हैं. उन्हें अपने जीवन में ईश्वर के अलौकिक एवं गौरवशाली कृत्यों को देखने का अवसर अवश्य मिलेगा. और उन्हें चमत्कार देखने का अवसर मिलेगा.

वादे के अनुसार: “यदि आप विश्वास करोगे, तो आप परमेश्वर की महिमा देखोगे”, इब्राहीम ने उस दिन परमेश्वर की महिमा देखी. उसने स्वर्ग से एक आवाज़ सुनी और उसे लड़के पर हाथ न रखने की आज्ञा मिली. उसे प्रभु से एक महान वाचा भी प्राप्त हुई. उसने अपनी आँखें ऊपर उठाईं और बलि के लिए एक मेढ़ा देखा. प्रत्येक घटना बहुत अद्भुत थी और इसहाक एक ऐसे व्यक्ति के रूप में वापस आया जो मृत्यु से जीवन में लौटा था.

पवित्रशास्त्र कहता है, “विश्वास ही से इब्राहीम ने, परखे जाने के समय में, इसहाक को बलिदान चढ़ाया, और जिस ने प्रतिज्ञाओं को सच माना था. और जिस से यह कहा गया था, कि इसहाक से तेरा वंश कहलाएगा; वह अपने एकलौते को चढ़ाने लगा.  क्योंकि उस ने विचार किया, कि परमेश्वर सामर्थी है, कि मरे हुओं में से जिलाए, सो उन्हीं में से दृष्टान्त की रीति पर वह उसे फिर मिला.” (इब्रानियों 11:17-19). इब्राहीम के विश्वास के वचन ने बलिदान के लिए झाड़ी में एक मेढ़ा भी तैयार किया.

परमेश्वर के प्रिय लोगो, जब आप परीक्षाओं और क्लेशों से गुज़रते हैं तो आपके मुँह से किस प्रकार के शब्द निकलते हैं? सुनिश्चित करें कि आपके मुँह से केवल विश्वास के शब्द ही निकलें.

मनन के लिए: मैं तुम से सच कहता हूं कि जो कोई इस पहाड़ से कहे; कि तू उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़, और अपने मन में सन्देह न करे, वरन प्रतीति करे, कि जो कहता हूं वह हो जाएगा, तो उसके लिये वही होगा.” (मरकुस 11:23).

विश्वास के पिता इब्राहीम ने अपने हृदय के अटल विश्वास से विश्वास और विजय के ये शब्द कहे. यह उनका विश्वास था कि बालक इसहाक और वह स्वयं वापस आ जायेंगे.

ईश्वर ने इब्राहीम से अपने इकलौते प्रिय पुत्र इसहाक की बलि देने को कहा. और इब्राहीम ने अपने एकलौते पुत्र को बलि चढ़ाने से पहले विश्वास की बातें कहीं. यह उसका दृढ़ विश्वास था कि भले ही उसने इसहाक की बलि दे दी हो, ईश्वर उसे वापस जीवन में लाने में सक्षम है.

यह सच है कि इब्राहीम लकड़ी, आग और चाकू लेकर मोरिया पर्वत पर गया था; यह सच है कि वह इसहाक को होमबलि करने के लिये वहाँ गया था. तब भी उन्होंने अपने बेटे को खोने की बात तो नहीं कही लेकिन कहते हैं कि वे वापस आएंगे. यहां तक कि जब उसके बेटे ने उससे मेमने के बारे में पूछा, तो उसने उसे वफादार रहना सिखाया और कहा, “हे मेरे बेटे, परमेश्वर होमबलि के मेमने का प्रबंध आप ही करेगा” (उत्पत्ति 22:8).

हम इब्राहीम की गहरी आस्था को महसूस कर सकते हैं. विश्वास करने वाले लोग विश्वास के शब्द बोलते हैं. उन्हें अपने जीवन में ईश्वर के अलौकिक एवं गौरवशाली कृत्यों को देखने का अवसर अवश्य मिलेगा. और उन्हें चमत्कार देखने का अवसर मिलेगा.

वादे के अनुसार: “यदि आप विश्वास करोगे, तो आप परमेश्वर की महिमा देखोगे”, इब्राहीम ने उस दिन परमेश्वर की महिमा देखी. उसने स्वर्ग से एक आवाज़ सुनी और उसे लड़के पर हाथ न रखने की आज्ञा मिली. उसे प्रभु से एक महान वाचा भी प्राप्त हुई. उसने अपनी आँखें ऊपर उठाईं और बलि के लिए एक मेढ़ा देखा. प्रत्येक घटना बहुत अद्भुत थी और इसहाक एक ऐसे व्यक्ति के रूप में वापस आया जो मृत्यु से जीवन में लौटा था.

पवित्रशास्त्र कहता है, “विश्वास ही से इब्राहीम ने, परखे जाने के समय में, इसहाक को बलिदान चढ़ाया, और जिस ने प्रतिज्ञाओं को सच माना था. और जिस से यह कहा गया था, कि इसहाक से तेरा वंश कहलाएगा; वह अपने एकलौते को चढ़ाने लगा.  क्योंकि उस ने विचार किया, कि परमेश्वर सामर्थी है, कि मरे हुओं में से जिलाए, सो उन्हीं में से दृष्टान्त की रीति पर वह उसे फिर मिला.” (इब्रानियों 11:17-19). इब्राहीम के विश्वास के वचन ने बलिदान के लिए झाड़ी में एक मेढ़ा भी तैयार किया.

परमेश्वर के प्रिय लोगो, जब आप परीक्षाओं और क्लेशों से गुज़रते हैं तो आपके मुँह से किस प्रकार के शब्द निकलते हैं? सुनिश्चित करें कि आपके मुँह से केवल विश्वास के शब्द ही निकलें.

मनन के लिए: “मैं तुम से सच कहता हूं कि जो कोई इस पहाड़ से कहे; कि तू उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़, और अपने मन में सन्देह न करे, वरन प्रतीति करे, कि जो कहता हूं वह हो जाएगा, तो उसके लिये वही होगा.” (मरकुस 11:23).

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